Welcome To Gyan Feeling

Header Ads

नवीन शिक्षक संवर्ग को अक्टूबर 2019 से 7 वा वेतनमान" Latest ➤ नवीन शिक्षक संवर्ग को अक्टूबर 2019 से 7 वा वेतनमान (Click Here) माध्यमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा 2018 का Result (Click Here) Samagra ID हेतु ऑनलाइन आवेदन कैसे करें? (Click Here)

चाय एक लोकप्रिय पेय हे।जाने चाय का इतिहास..

चाय एक लोकप्रिय पेय है। यह चाय के पौधों की पत्तियों से बनता है।

भारतीय इतिहास में सबसे पहले सन् 1815 में कुछ अंग्रेज़ यात्रियों का ध्यान असम में उगने वाली चाय की झाड़ियों पर गया जिससे स्थानीय क़बाइली लोग एक पेय बनाकर पीते थे। भारत के गवर्नर जनरललॉर्ड बैंटिक ने 1834 में चाय की परंपरा भारत में शुरू करने और उसका उत्पादन करने की संभावना तलाश करने के लिए एक समिति का गठन किया। इसके बाद 1835 में असम में चाय के बाग़ लगाए गए।
कहते हैं कि एक दिन चीन के सम्राट शैन नुंग रखे गर्म पानी के प्याले में, कुछ सूखी पत्तियाँ आकर गिरीं जिनसे पानी में रंग आया और जब उन्होंने उसकी चुस्की ली तो उन्हें उसका स्वाद बहुत पसंद आया। बस यहीं से शुरू होता है चाय का सफ़र। ये बात ईसा से 2737 साल पहले की है। सन् 350 में चाय पीने की परंपरा का पहला उल्लेख मिलता है। सन् 1610 में डच व्यापारी चीन से चाय यूरोप ले गए और धीरे-धीरे ये समूची दुनिया का प्रिय पेय बन गया।
वर्ष 2003 तक पूरे विश्व में चाय का उत्पादन 3.15 मिलियन टन वार्षिक था। प्रमुख उत्पादक देशों में भारत , तथा उसके बाद चीन का स्थान था (अब चीन ने भारत से इस क्षेत्र में बाजी मार ली है), अन्य प्रमुख उत्पादक देशों में श्रीलंका एवं कीनिया इसके बाद महत्त्वपूर्ण स्थान रखते हैं। चीन ही अभी एकमात्र ऐसा देश है जो लगभग हर तरह की चाय का बड़े पैमाने पर औद्योगिक उत्पादन करता है।

कोई टिप्पणी नहीं

Blogger द्वारा संचालित.